Poisonous Vegetables: Top Media Reports |
क्या आप इस बात को जानते हैं कि रोज बाजार से खरीद कर जिन सब्जियों को हम खाते हैं, उनमें किस मात्रा में जहर है?
सच तो यह है कि आपके परिवार को हेल्दी रखने वाली जो सब्जियां आपके किचन में पकती हैं, वास्तव में वह बीमारियां फैल रही हैं! यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि तमाम एजेंसीज और बड़े मीडिया संस्थानों की रिपोर्ट में आप खुद पढ़ और जान सकते हैं.
हल्के में मत लीजिए... यह कोई छिपी हुई बात नहीं है, बल्कि हिंदुस्तान, आज तक, ज़ी न्यूज़, अमर उजाला और ऐसे ही बड़े एवं विश्वसनीय संस्थाओं की अलग - अलग समय की रिपोर्ट है...
इस जानकारी का मकसद सच्चाई और फैक्ट से आप सभी मित्रों को अवगत कराना है, ताकि इसके सॉल्यूशन पर गंभीरता से कार्य किया जा सके।
देखें इन ज़रूरी Media Reports को, जो आपकी रोजाना की सब्जियों में ज़हर की हक़ीकत बताने के लिए काफी हैं:
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी द्रारा किए गए एक रिसर्च से पता चला कि ज्यादा मात्रा में रासायनिक पेस्टिसाइड मिलाने से विभिन्न बीमारियों की जिम्मेदार हरी सब्जियां हो रही हैं, जिसके कारण लोग मौत के करीब जा रहे हैं। जहरीली सब्जियों का लगातार सेवन करने से लंग्स, किडनी और हार्ट सबसे अधिक प्रभावित होता है।
- इंडिया टीवी (यहाँ क्लिक करके पूरी रिपोर्ट पढ़ें - Read India TV Report on poisonous vegetables in open market)
- बड़े शहरों में सब्जियों को उगाने के बाद गंदे नाले के पानी में भी धोते हैं। इन कारणों से सब्जियां जहरीली बन जाती हैं। इन सब्जियों के सेवन से उल्टी-दस्त, किडनी फेल होना और कैंसर जैसी बीमारियां आम बात हो गई हैं। सब्जियों में कैडमियम, सीसा, कॉपर, और क्रोमियम जैसी खतरनाक धातुएं और एंडो सल्फोंन एचसीएच एवं एल्डीन जैसे घातक पेस्टीसाइड के प्रभाव से अनेक बीमारियां मसलन उल्टी-दस्त, किडनी का फेल होना, कैंसर जैसी बीमारियां सामने आ रही हैं।
- दैनिक भास्कर (यहाँ क्लिक करके पूरी रिपोर्ट पढ़ें - Read Dainik Bhaskar Report on poisonous vegetables in open market)
- भारत की फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी (FSSAI) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक भारत के प्रमुख राज्यों में बिकने वाली सब्जियों में 2 प्रतिशत से 25 प्रतिशत तक सब्जियां जहरीली हैं. यानी ये खाने योग्य कतई नहीं हैं.
- ज़ी न्यूज (यहाँ क्लिक करके पूरी रिपोर्ट पढ़ें - Read Zee News Report on poisonous vegetables in open market)
- सब्जी उगाने वाले कई लोग, सब्जियों के तने में आक्सीटोन इंजेक्शन लगाते हैं, और दूसरे दिन उसे बड़ा पाते हैं.2 से 3 दिन में सब्ज़ियाँ बड़ी और भारी हो जाती हैं. बता दें कि आक्सीटोन के सेवन से कैंसर हो सकता है, और यह लीटर के भाव में मार्किट में मिल जाता है, जिसका सब्जियों के पौधों पर बेहिसाब प्रयोग किया जाता है.
- लाइव हिंदुस्तान (यहाँ क्लिक करके पूरी रिपोर्ट पढ़ें - Read Live Hindustan Report on poisonous vegetables in open market)
- एक्सपर्ट्स के मुताबिक किसान फसल में बीज उपचार से लेकर उसे तोड़ने तक लगातार केमिकल डालते है. इनमें साइपर मेथलीन, मोनोक्रोटोफोस आदि दवाईयां प्रमुख हैं. पर अधिकांश किसान सुझाए गए मेथलीन केमिकल की बजाय दूसरे केमिकल डाल रहे हैं, जिसका असर 40 -40 दिन तक रहता है, जो खाने में अत्यंत ज़हरीला है.
- कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक किसान अपनी सब्जियों में चमक लाने और बढ़िया पैदावार के लिए कई तरह के केमिकल इस्तेमाल करते हैं. कुछ सब्जियों को दवाइयों में डूबा कर उनमें चमक पैदा की जाती है. ज़ाहिर तौर पर मानव स्वास्थ्य के लिए यह ज़हर ही है.
- आज तक (यहाँ क्लिक करके पूरी रिपोर्ट पढ़ें - Read Aaj Tak Report on poisonous vegetables in open market)
- यदि पेस्टीसाइड युक्त सब्जियों और फलों का सेवन लंबे समय तक किया जाए तो इसके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ते हैं। करीब 20-20 वर्ष के बाद लगातार सेवन से किडनी और लीवर भी डैमेज होने का खतरा बना रहता है। लंबे समय तक जहर पेट में जमा होता रहता है और बाद में ये अपना प्रभाव दिखाना शुरू करता है।
- अमर उजाला (यहाँ क्लिक करके पूरी रिपोर्ट पढ़ें - Read Amar Ujala Report on poisonous vegetables in open market)